ख्रिस्तानी यूरोपीय “सभ्यों” के अनुसार “असभ्य” मूल निवासियों को “सच्चे धर्म” में दीक्षित कर सभ्य बनाने का एकमात्र मार्ग उन्हें दास बना लेना था और सभ्य बनाने की इस प्रक्रिया में सब कुछ क्षम्य था।
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ख्रिस्तानी यूरोपीय “सभ्यों” के अनुसार “असभ्य” मूल निवासियों को “सच्चे धर्म” में दीक्षित कर सभ्य बनाने का एकमात्र मार्ग उन्हें दास बना लेना था और सभ्य बनाने की इस प्रक्रिया में सब कुछ क्षम्य था।
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जिहाद का अर्थ है गैर-मुसलमानों पर आक्रमण करना, उनका वध करना, दास बना लेना, धर्मान्तरण कर देना, भले को उन्होंने मुसलमानों की कोई कैसी भी हानि नहीं की है और भले ही वे निहत्थे हैं।